shabd-logo

खामोशी

5 नवम्बर 2021

38 बार देखा गया 38

                    खामोशी 

अंदर बहुत बवाल होता है  बोलने को बहुत मन करता है कुछ कहें पर किसी को दुःख न लगे इस कारण से जीभ ख़ामोश रहता है खामोशी भी एक कला है जो ख़ामोश रहना सीख गया उसका जीवन पार हो गया खामोशी बोलने से भी बड़ा काम है बोलने में  दिमाग की जरूरत होती है किन्तु चुप रहने के लिए दिमाग और दिल की भी जरूरत होती है एक इन्सान को हमेशा विवाद से दूर रहना है तो ख़ामोश की कला सीखना होगा इससे घर परिवार में शांति बनी रहती है  खामोशी हर जगह काम आने वाली दिब्याश्त्र है जिसे हमें सम्हाल कर रखना है


Amrit Lal chandrabhas की अन्य किताबें

ममता

ममता

बिल्कुल सही कहा है आपने

5 नवम्बर 2021

Amrit Lal chandrabhas

Amrit Lal chandrabhas

बहुत अच्छा

5 नवम्बर 2021

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए