shabd-logo

परिचय

28 अगस्त 2019

480 बार देखा गया 480
नित नए परिचय ओं के बाद भी... हम अपने ही स्वजनों से अपरिचित हैं... पास की बाधाओं से अनभिज्ञ, दूर की बाधाओं से आशंकित! हम समय को अपनी आवश्यकताओं का पुलिंदा बनाते जा रहे हैं.... हम उसे खोलते हुए डरते हैं लेकिन एक दिन अपने आप ही खुल जाएगा.... उसे देख हम अपने आप को पहचान लेंगे

सत्यप्रकाश भारतीय की अन्य किताबें

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए