17 जून 2022
184 फ़ॉलोअर्स
साहित्य के वृहत सागर में एक ओस की बूंद, जिसके सपने बहुत बड़े हैं और पंख छोटे। छोटे पंखों के साथ अपना आसमान खोज रही हूँ। प्रकाशित पुस्तकें: - अभिव्यक्ति या अंतर्द्वंद - 'राम वही जो सिया मन भाये' D
मानसिक विकृति का सूचक है तोड़-फोड़ और आगजनी जैसे घटनाएं। पार्षद हो या विधायक या फिर सांसद एक बार सत्ता में आ गए तो फिर इन्हें कुछ भी नहीं देंगे फिर भी ये पांच साल में इतना कमा लेंगे कि उन्हें न पेंशन न सैलरी की जरुरत होगी, उन पर कोई फर्क नहीं पड़ता। एक बार कुर्सी क्या मिली नहीं की राजा-महाराजा बन जाते हैं फिर काहे की चिंता, सात पुस्तों का इंजाम पक्का ,,,,,,,,
19 जून 2022
लेकिन दूसरों के बच्चों के लिए इनकी मानसिकता है कि 10-20 हजार में कॉन्ट्रैक्ट पर रख लो।
बिल्कुल सही कहा है आपने.. सांसद और मंत्री के घर में पैसे रखने की जगह कम पड़ जा रही है और आम जनता को चार साल की नौकरी पेश की जा रही है। सरकार ने ये गलती डिसीजन लिया है और रही बात विरोधकर्ताओ की तो मैं आपके इस बात से भी सहमत हूँ सरकारी सम्पत्ति जलाने के नाम पर अपने ही देश की बर्बादी कर रहे है इसके वहज से आम जनता को बहुत सारी दिक्क़ते सहनी पड़ रही है। 🙏🙏🙏
18 जून 2022
बिल्कुल सही ऐसे ही कुछ कम बेसी सवाल मेरे मन में भी आए थे।
17 जून 2022
धन्यवाद पापिया जी। समय की कमी के कारण मैं बहुत कम ही आप लोगों के लेख पढ़ पाती हूँ। फिर भी आप मेरे लेख पढ़ती है और पसंद करती है, धन्यवाद🙏