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उदय पूना के बारे में

मैँ हूं तो Senior Citizen, पर नया करने की सोच, इच्छा अभी भी तीव्र है, मतलब, मैँ अभी भी युवा हूँ; दिल, दिमाग से अभी भी युवा हूं। ,मैँ हूं तो Senior Citizen, पर नया करने की सोच, इच्छा अभी भी तीव्र है, मतलब, मैँ अभी भी युवा हूँ; दिल, दिमाग से अभी भी युवा हूं।

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उदय पूना की पुस्तकें

KabheeKabhee

KabheeKabhee

" कभी कभी " - मेरे चिंतन में छलांग; लेख जो आध्यात्म से जुड़े हुए हैं;

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KabheeKabhee

KabheeKabhee

<p><strong>" <u>कभी कभी</u> " - मेरे चिंतन में छलांग; </strong></p><p><strong><br></strong></p><p><strong>लेख जो आध्यात्म से जुड़े हुए हैं; <br></strong></p>

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LahalKavita

LahalKavita

लहल - कविता में लहर ही लहर; कविता में हर 2 या 3 पंक्ति में एक बिंदु, लगातार बिंदु के बाद बिंदु, गज़ल नुमा;

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LahalKavita

LahalKavita

<p><strong><u style="">लहल</u> - कविता में लहर ही लहर; </strong> </p><br><p>कविता में हर 2 या 3 पंक्ति में एक बिंदु, लगातार बिंदु के बाद बिंदु, गज़ल नुमा; </p>

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BhatakataaRahaa

BhatakataaRahaa

भटकता रहा - मेरा जीवन, कदम कदम; लेख हैं मेरे जीवन से जुड़े हुए; मेरा जीवन <span style="font-weight: 700;

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BhatakataaRahaa

BhatakataaRahaa

<p><strong><u>भटकता रहा</u> - मेरा जीवन, कदम कदम; </strong></p><p><strong><br></strong></p><p><strong>लेख हैं मेरे जीवन से जुड़े हुए; <br></strong></p><p><strong><br></strong></p><p><strong>मेरा जीवन </strong><span style="font-weight: 700;

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PremBhakti

PremBhakti

प्रेम भक्ति -- यहां हैं प्रेम-भक्ति से भरी रचनाएं, मेरे ईष्ट से मेरा सीधा निज संवाद और जोड़,

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PremBhakti

PremBhakti

<p><strong><u>प्रेम भक्ति</u> -- </strong></p><p><strong><br></strong></p><p><strong>यहां हैं </strong><span style="font-weight: 700;">प्रेम-भक्ति से भरी रचनाएं, मेरे ईष्ट से मेरा सीधा निज संवाद और जोड़, </span><strong> </strong></p>

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NiraalaaManch

NiraalaaManch

हिंदी प्रेम - निराला मंच -- हिंदी की सेवा केलिए यहां सबका, एक एक का स्वागत है. एक <span style="font-wei

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NiraalaaManch

NiraalaaManch

<p><strong>हिंदी प्रेम - <u>निराला मंच</u> -- हिंदी की सेवा </strong><span style="font-weight: 700;">केलिए यहां सबका, एक </span><span style="font-weight: 700;">एक का स्वागत है. </span><span style="font-weight: 700;">एक </span><span style="font-wei

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SambandhPrem

SambandhPrem

सम्बन्ध में दोनों तरफ से बंधन है, बराबरी का बंधन है. जो एक तरफा हो उसे सम्बन्ध कहते नहीं. सम्बन्ध क्या है समझने केलिय; सम्बन्ध अच्छे कैसे रखें समझने केलिय; <span style="color: rgb(132, 132, 132); font-size:

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SambandhPrem

SambandhPrem

<p><hr></p><p>सम्बन्ध में दोनों तरफ से बंधन है, बराबरी का बंधन है. जो एक तरफा हो उसे सम्बन्ध कहते नहीं. </p><p>सम्बन्ध क्या है समझने केलिय; सम्बन्ध अच्छे कैसे रखें समझने केलिय; <span style="color: rgb(132, 132, 132); font-size:

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उदय पूना के लेख

दूसरा तो दूसरा ही होता है

15 फरवरी 2019
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।। दूसरा तो दूसरा ही होता है।। संबंध तो वही है;जिसमें तोड़ने का विकल्प होता ही नहीं। रिश्ता तो वही है; जिसमें छोड़ने का विकल्प होता ही नहीं।।चलो बात करें, चलो कुछ बात करें;एकदम ही निजी रिश्ते की;एकदम ही अंतरंग रिश्ते की;एकदम ही पूरे पूरे व्यक्तिगत संबंध कीचलो बात करें, चलो कुछ बात करें।।( दूसरा से य

साधना - - दिनचर्या के कार्यों के साथ - साथ

25 दिसम्बर 2018
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^^^^^ साधना - - दिनचर्या के कार्यों के साथ - साथ ^^^^^ ()साधना, जिसके लिए अलग समय देने की आवश्यकता नहीं;ऐसी साधना की बात करें। साधना, जो दिन प्रतिदिन के कार्यों को करते हुए की जा सके;ऐसी साधना की बात करें।। स्वयं से जुड़े रहना;होश में बने रहना;बड़ी उपलब्धियां हैं;उन्हे

कुछ कुछ - किस्त तीसरी ( व्याकरण - भाषा की, जीवन की : मैं और हम )

24 दिसम्बर 2018
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***** कुछ कुछ - किस्त तीसरी ***** *** व्याकरण - भाषा की, जीवन की *** ** मैं और हम *

कुछ कुछ - किस्त दूसरी

23 दिसम्बर 2018
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हिंदी भाषा के अनुसार, हम जो हिंदी काम लाते हैं, उसे सुधारने का एक छोटा प्रयास। हम जो बोलना / कहना चाहते हैं, तो उच्चारण का ध्यान रखना आवश्यक है, तभी हमें सफलता मिलेगी, तब हम वो बोल पाएंगे। इसी तरह हम जो लिखना चाहते हैं, तो हम वही लिखें

प्रश्न - संतान कहां से आती है ? ( कुछ अंश ) : ( प्रश्न - उत्तर, चिंतन 2 )

21 दिसम्बर 2018
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- प्रश्न - संतान कहां से आती है ? ( कुछ अंश ) : ( प्रश्न - उत्तर, चिंतन 2 )संतान कहां से आती है ?संतान माता पिता से नहीं आती; संतान पति पत्नी के रिश्ते से आती है। समाज के नये सदस्य कहां से आते हैं ?समाज के नये सदस्य माता पिता से नहीं आते; समाज के नये सदस्य पति पत्नी के रिश्ते से आते हैं।। हम इस ब

औरत - मां से पहले पत्नी थी : ( प्रश्न - उत्तर, चिंतन 1 )

20 दिसम्बर 2018
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औरत - मां से पहले पत्नी थी : ( प्रश्न - उत्तर, चिंतन 1 )आवश्यक है, अनिवार्य है मां का सम्मान;मां, बच्चे का जीवन है, क्यों न हो मां का सम्मान। इस के संबंध में कुछ चर्चा करते हैं;मां पहले पत्नी थी, पत्नी रूप में कितना था सम्मान ??मां का; समाज, व्यक्ति और संतान; करें इतना सम्मान;पहले पहले मां पत्नी थी

विश्वास, अविश्वास, और विज्ञान मार्ग गाथा ( मनन - 3 )

19 दिसम्बर 2018
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* विश्वास,अविश्वास,और विज्ञान मार्ग गाथा * ( मनन - 3 )विश्वास-मार्ग,अविश्वास-मार्ग,और विज्ञान-मार्ग की यह गाथा है;जानना है, क्या हैं इनको करने के आधार-मार्ग, और समझना इनकी गाथा है।01।बिना जाने ही स्वीकार कर लेना *व

ज्ञान की ओर - ( मनन - 2 )

18 दिसम्बर 2018
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** ज्ञान की ओर - ( मनन - 2 ) **हम ज्ञान की ओर तभी बढ़ेंगे;जब हमें जानने की इच्छा हो;उत्सुकता हो;हमारे स्वयं के निज ज्ञान में क्या है या क्या नहीं है कि स्पष्टता हो;हमारे स्वयं के निज अनुभव में क्या आया है या क्या नहीं आया है कि स्पष्टता हो। एक उदाहरण लेलें, तो बात औ

आगे क्या होगा ? ( मनन - 1 )

17 दिसम्बर 2018
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" आगे क्या होगा " -- हम क्यों मानकर चलें कि आगे बुरा ही होगा : प्रस्तावना, भूमिका क्या हमें पता होता है कि भविष्य में क्या क्या होने वाला है ??पर दिन-प्रतिदिन के जीवन में हमें यदा-कदा अनुभव होता है कि हम मानकर चलने लगतें हैं "आगे बुर

माध्यम की भाषा

13 दिसम्बर 2018
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माध्यम की भाषा (1)जिस कार्य-क्षेत्र में उपयोग में आती रहे जो भाषा; उस क्षेत्र केलिए विकसित होती रहती वो भाषा। काम केलिए उपयोग में न लाएं निज-भाषा; फिर क्यों कहें विकसित नहीं हमारी निज भाष।।(2)व्यक्तिगत क्षमता, सामूहिक क्षमता में; सार्वजनिक रूप में, सरकारी काम में;भ

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