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सुखमंगल सिंह

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सोशल साइट पर सुखमंगल सिंह से लोगों की लिखित वार्ता"जीवन में बराबर वार्ताओं का दौर चलता रहता है | कुछ वार्ताएं सफल और कुछ असफल भी होती रहती हैं |वार्ता के दौरान बहुत सारी समस्याओं के निदान हो जाते हैं | लोग एक दुसरे के विचारों को जानते हैं पहचानने लगते हैं | मित्रता का दौर बहुत कुछ सीखने समझाने के लिए सुगम मार्ग प्रस्तुत करता रहता है | आइये हम फरवरी माह में सुखमंगल सिंह से हुई विविध वार्ता का आकलन करें -फरवरी ६, आजतक 'गांधी (उनसे मिली प्रे० ) पर पोष्ट किया "गांधी की आत्म कथा केवल अतीत की अस्मृति नहीं है वह युवकों को सचेत करने के साथ ही उनका मार्ग दर्शन करने के उद्देश्य से लिखी गई कथा भी है |मनोविज्ञानिक एरिक एफ एरिक की पुस्तक 'गांधी ट्रुथ '/गांधी और आंबेडकर लेखक गणेश मंत्री पृष्ठ ९४ से साभार टिप्पड़ी की | वहीं कल्पना बाजपाई गूगल प्लस पर एक रचना दिया -दोस्ती बनाई आपने ,साथ चलना पडेगा मौत खड़ी पास में तो लड़ना पडेगा |जो ही जांवां दिखे ,देख परति जाणहीन अड़ातिनकी -तिनकी तेही ,तानी तोही जहां तहां खड़ा |हाम्रो मन जो मानतो ,दया करुना मंगल पडा अडाभोर भयो चाहन को दोस्ती बनाई चलना पडेगा || और अजय सिंह के लिए टिप्पड़ी -करो मुहब्बत अभी समय है फिर पीछे पछताना मत ?बात बिगडती जीवन की जेल में कही बिताना मत !फरवरी७,आजतक '२०० वर्ष से बैठे ज़िंदा बौद्ध साधू मंगोलिया के सोगिनों खैर्खान प्रोविंस में...दलैनामा जी -डाक्टर ने तुकडम में बताया | इसपर टिप्पड़ी में कि "योग मानव को मानवता का सन्देश देता और स्वस्थ्य रखता है | तुकडम ,यह वह है कि इस अवस्था में तीन हफ्ते से जादा यदि कोई व्यक्ति रह जाता है तो उसका शरीर सिकुड़ने लगता है |अशोक तिवारी की पोष्ट पर भी एक छोटी रचना दी -कानाफूसी बहुत थी होती कानोंकान खबर कब होती कान लगाकर सुनना सीखा तब कानों में ठेठिया ठूसा ||आजतक 'दिल्ली का मतदान आज ' पर अपना विचार -सुझाव प्रकट किया " वर्तमान समय में ज्यादातर मतदाता जागरूक हो चुका है और वह विकास चाहता है | शान्ति-सद्भावना पूर्वक जीवन जीना चाहता है | वह विनाशक शक्तियों को खारिज करता दिखता है फिर भी संयोग से लड़ता है ! मतदान नागरिक अधिकार है वह उसका पालन कित्रिम चस्मा उतार कर करे तो विकास कदम चूमे | धन्यवाद 7.45 AM, इसी क्रम में फेसबुक /गूगल प्लस /मानवेन्द्र /आजतक पर "तेही "नामक रचना को भी पोस्ट किया |फरवरी ८,ब्लागालय पाल पलक पञ्च तोरिया ,पहिरै देड उतार (नीतू singal) द्वारा पोष्ट पर लिखा - ताने मारी बाजियां ,नियरे निगुण निहार | खोलन चल्यो आसमां,आँगन खुल्यो हमार || एम् के पाण्डेय निलको की पोष्ट वी एम् डब्लू टीम पर कि- बहुत -बहुत धन्यवाद आपने शान्ति का समर्थन करके हमारे मनोबल को बढाया है हम आपको काशी और अवध की तरफ से बार बार नमन -वंदन करते हैं | और पी एम् श्लोक की पोष्ट पर टिप्पड़ी में -कलम की दीवानी में रवानी रच गए ,जावाज बनने की कहानी कह गए |आकांक्षाएं इच्छाएं अनवरत बढ़ती गयीं ,...आबरू साहित्य में उतर गए || और कविता कोश-जयशंकर प्रसाद में अपने को दर्ज कराने का क्रम चला |फरवरी९, 'आजतक फ्रेंड जाब की सूचनानुसार भारत संचार 'सर्विसेज ,जुवाओं को संख्या में ४८४२ नौकरियां देने की सूचना एक सुखद सन्देश है ,भारत सरकार युवकों का ख्याल करके देश को उन्नतिशील बनाने का प्रयत्न कर रहा ,पर इतने से और आगे विकास की गति बधान्मे /तेज करने की आवश्यकता पर जोर देना होगा |टिप्पड़ी की ७ am|बी.बी सी . '९० वर्ष में गोगो ने पढ़ाई शुरू की 'पर टिप्पड़ी में हम केन्या में गोगो नामक महिला से आदिवासियों को ही नहीं अपितु सारी कन्याओं को सीख लेनी चाहिए ,शिक्षा के महत्व को समझना चाहिए और आत्म निर्भर होने का गुण सीखना चाहिए |(९.२५ am) और कर्मचारी राज्य निगम बीमा निगम में नौकरी का मौक़ा (ESICE) में सामाजिक सुरक्षा जेतु पर धन्यवाद आजतक की टिप्पड़ी की |Mohan Sethi (इन्तजार ) में 'खिचड़ी' रचना पर मोहन जी सुन्दर रचना बहुत -बहुत बधाई ! सन्देश दी | वही अजय सिंह और फेसबुक पर रचना दी -ताने मारी बाजियां नियरे निगम निहार |खोलन चल्यो आसमाआँगन खुल्यो हमार ||शब्दार्थ - निहार यानी देखकरफरवरी१०,यशवंत यश जी ,जी हुजूर क्रान्ति अमृतलाल नागर पर एक क्षणिका प्रस्तुत की-आपने जमा दिया 'मंगल' भी सुना दिया | और अमलेन्दु उपाध्याय -द्रोपदी दुर्गति 'गीता महोत्सव धर्मांतरण ' में टिप्पड़ी की " श्रीमदभागवत गीता में म्लेच्छ भी विष्णु के भक्त होते हैं |फरवरि११,गज़ल संध्या 'पतझड़ आया' पर थैक्स लिख पल्ला झाड ली | वही ब्लागालय 'इंसान या चिड़िया ...देखो ये एक चिड़िया ...' पर लिख मारा ,मानव मानव बनाता है ,अनुबंधों का वह पालन है \ सत्यं ब्रूयात प्रियमब्रूयात का पाठ सिखाता ,विज्ञान -ज्ञानमनंतं ब्रह्म बताता || काव्यासुधा के 'पागल हाथी और ढोल और नदी स्त्री है पर बधाई दी | और टिप्पड़ी में हनुमान जी के प्रति प्रभु का हार्दिक कृतज्ञता ....|पृष्ट ७,कल्याण सं८८/७ साभार पोस्ट की | आजतक का पोष्ट 'सुनिए कामन मैं का सुपर हित गाना पर एक रचना प्रस्तुत किया- हॉट न सब दिन एक समान / यही तो विधि का विधान |इंसा तो बुद्धि का निधान /करे जो सबका कल्याण || कल्पना रामानी 'पतझड़ आया' पर" कल्पना रामानी जी आपकी रचना को प्रणाम प्राय : साहित्यकार की रचना में कहीं पर ...है कहीं पर निशाना होता है जिसकी आप्गे गजल में बखूबी परिलक्षित है \ आपकी रचना लाजबाब |२१ PM और आपकी रचना 'दर्पण कल्पना रामानी में "आपकी रचना दिल को छू जाती है "|फरवरी १२,हिंदी साहित्य काव्य संकलन में लिखा कि- सुकर्म मानव,मानव समाज को उत्तरोत्तर उन्नति का मार्ग प्रशस्त करता है और दुष्कर्म अवनति की तरफ धकेलता है | रेखा जोशी के 'प्यास बढ़ती रही प्यास बढती रही' पे गीता के चौवालिसवां अध्याय से कि यज्ञ,दान,तपस्या,अध्ययन ,व्रत और नियम आदि जितने पूर्ण कर्म हैं,यं सबका भी अंतत :विनाश ही होता है | एक मात्र ज्ञान ही ऐसा होता है जिसका अंत नहीं होता तथा जो नित्य है | और राजश देसस को जन्म दिन की बधाई दी | ज्ञात हो जो भी जन्म दिन की बधाई चाहता है उसे हम निराश नहीं होने देते |फरवरि१५,काव्य सुधा ,चली हवा कोई ताज़ी -वैलान्टाइंसडे पर एक गीत सौन्दर्य के नाम -नीरज कुमार नीर की पोष्ट पर दिया -हवा कुछ ऐसी बही कि मगरूर हिल गए /बाग़ के खड़े जो पेड़ थे जड़ से उखड गए | और रूप चंद शास्त्री 'कुछ गीत अधूरे रहने दो'(चर्चा अंक १८९०) पर एक रचना -कुछ गीत अधूरे सालने दो /शक्तियाँ दृष्टिगोचर पलने दो |जीवन श्रेय साधना हो तो/ महाशक्ति -अंतर्मन पलने दो ||६.५१ सुवह| प्रवीण पाण्डेय के'मन और जीवन न दैन्यंन पलायनम 'पर "आप की रचना के लिए धन्यवाद ! और आगे ब्रह्मज्ञान पृष्ठ ४-५ गद्य से कि ईश्वर भक्त कहलाने वालों का सत्कार होता है उनके शरीर पर ईश्वर भक्ति का चिन्ह होता है | ईश्वर के क्रोध से डरकर पापों से बचते ,कहते हैं | और मेरी आशकी (फ़िल्म ) पूर्ण रूप में देख न सका समयाभाव भी था जितना देखा लिखा " प्रथम द्रष्टया मेरी आशकी फ़िल्म अच्छी लगी ,तंज ,कमेन्ट जोखिम और समसामयिक ........| नरेंद्र शर्मा जी 'अगर घर में बहू कहना नहीं मानती...\ पर "क्या खूब कहा "फरवरी १६,योगेश्वर शर्मा जी के 'गौरक्षा पर खर्च होंगे ११९ करोड़ खट्टर 'पर टिप्पड़ी में 'बहुत-बहुत बधाई माननीय मु.मंत्री मनोहर लाल खट्टर जी ,हरियाणा को,अखिल भारतीय सद्भावना एसोसिएशन की तरफ से \धन्यवाद किया | ब्लागालय नीतू सिघल जी के 'एक कोत दुआरी लगे ,दूजे कृतुब की लाट|घेर .. पर गुड नीतू सिघल कह कर समय की कीमत को प्रणाम किया | डा ० जाकिर अली रजनीश के 'औषधि सर्प गंधा की रक्षा ..पर "चाहे सर्पगंघा अथवा अश्वगंघा जो औषधियां जीव की रक्षक होती हों जीव के रक्षक कहलाने का हक़ लो ,रक्षा -रक्षक नित निज जीवन रक्षा ,करना है | वैभव डूबे जी को रचना में प्रवाह लाने की सलाह दी | सुशील कुमार जोशी जी पर टिप्पड़ी करते हुए "पन्ने-पन्नों में आपने ,अच्छे सन्देश दिए हैं बहुत सुन्दर ! आपको मेरा नमन वंदन | दैनिक जागरण की साइट'पेट्रोल भरते समय चोरी की गाडी पकड़ी गयी ' पर जागरण को बधाई सुन्दर समाचार कहा | हंसराज सुज्ञ (मुंबई महाराष्ट्र ) के पोष्ट पर कमेन्ट में दृढ विश्वासी हों! अस्थिर आस्था और ढुलमुल चाल,विवेक को अवसाद ग्रस्त करता है ,मानव मार्ग भटकाता है | साहित्य हलचल बरेलवी के पोस्ट पर "शिव महिमा एवं राम द्वारा प्रतिष्ठापित शिव लिंग !फरवर० १७,हिंदी साहित्य काव्य संकलन पर नारी जागरण की एक रचना प्रस्तुत किया -जागो नारी कब जागोगी /माँ बहिने लूटते छाती कब फाटेगी|कुकुरमुत्ते उग गए गलिन में/लाठी लेकर उनको कब हाकागी || और हरीश व्यास गीतकार ने मेरा मोबाइल नंबर लिया हमने शिव्रात्रिपर उनको धन्यवाद दिया | यह दीगर बात है की उनहोंने आजतक कोई फोन सूचना नहीं दी | फिर देगे भी क्यों जो मैं एक अदना व्यक्ति ही तो हूँ 'मंगल'! यह जरूर फरमाया था विश्वनाथ से मेरा वंदन कीजिएगा 'वंदन वंदन वंदन ! जी" | आभार और "थैक्स " | टीमइंडिया पर मैंने लिखा -हर परिस्थिति में जो मानव धीर होता है वही बलबीर होता है | बी.बी. सी. पर वही महान ,धनवान और होता है को भी - हर परिस्थिति में जो मानव धीर होता है वही बलबीर होता है | आजतक पर टिप्पड़ी में तात्कालिक वर्णन - कि काशी के प्रतेक शिव मंदिर में ठंढई-भांग को प्रसाद के रूप में बितरित किया जा रहा ...|फरवरी १८, काव्य उन्मेष उत्सव आंकलन 'कल नरेन्द्र मोदी बंगलूर में ढेर सारे प्रोग्राम में भाग लेंगे ' पर "थैक्स " धन्यवाद किया | कुमार मंगल, सा.का. संकलन/'जानकी पुल ' साइटब्लॉग 'नरक मसीहा साल का सबसे प्रासंगिक उपन्यास है?को भी पढ़ा और टिप्पड़ी की | कोई सही कहा आज बदनाम सम्मान हैकल ही बात रहे थे खिचड़ी जनाब ध्यान है भूखा रह गया कोई शिकायत की थी मगररेवड़ी सा उठाईगीरों का सम्मान आज भी है | नरेन्द्र मोदी पर "शासक का कार्य अच्छा होता है तो देश की प्रगति होती है ....| फरवरी१९,गद्य पद्य संगम ,रूप चन्द शास्त्री 'दिल में चिराग जलता है 'पर मेरी एक रचना - दिल में जब चिराग जलता है विकास- शीलसमाज बनता है |विकास डगर जनाब पलता है -अपने-पराये ख्याल रखता है |हौसले उमंग नेक काम करते हैं सुन्दर सुहृद वह - काम करता है |निज देश की रक्षा मर्द पलता है शान्ति सन्देश दिल में सलता है || और अशोक तिवारी ,सभिल कुमार सिंह ,हनुमान ,सुरेन्द्र गुजराती आदि को थैंक्स किया | अशोक तिवारी जी की पुत्री के जन्म दिन पर मुबारकबाद इन पक्तियों से - आशीष मिले हमारा/मुबारक जन्म दिन तुम्हारा | पढो लिखो बनो महान /नारी का बढ़ करो कल्याण | याद रहे शुभ सन्देश हमारा / जहां में तू करो उजाला || और स्वयं म्प्रभा ,वानरश्रेष्ठ हनुमान पर टिप्पड़ी पोष्ट की कल्याण वर्ष ८८,संख्या ६,पृष्ठ ३३-३५ से साभार | इंडोनेशिया मलंग क्षेत्र को भी देख सब्स्रैब किया|फरवरी२०,बी.बी.सी. मैगजीन, अपनी कंपनी से क्या व्हाहते हैं पूछे जाने पर लिखा "युवक देश की सुरक्षा विकास और रोजगार चाहता है"|४.२० सुबह | चक्रवर्ती सम्राट अशोक -यूं टूब 'झूठ डरपोक बोलात्ये हैं ..........बड़ा दुःख मिटाने हेतु छोटे दुःख सहने ही पड़ते हैं' | पर टिप्पड़ी की कि"सुयोग्य फ़िल्म निर्माता प्राय :शास्त्र सम्मत और देश के विकास ,समाज की कुरीतियों को दूर करने के उपाय में सहायक स्टोरी बनाते हैं जो सर्वमान्य होता है "|४.५० सु० | नरेंद्र मोदी चंगेदहिज आवरण चित्र पर भर्तहरि शतक श्लोक१४ पृष्ठ ३४ धरमबारिया से टिप्पड़ी में"वीहड जंगलों में पर्वतों पर वनचरों के साथ रहना अच्छा है किन्तु मूर्खों के साथ इंद्र की सभा में भी रहना अच्छा नहीं "| दैनिक जागरण 'जोक' नारी पर व्यंग खूब पीती थी अब बेचती हो ?" इस व्यंग को सिरे से खारिज करते हुए लिखा "जोक इज पूअर "रंजना प० फिर बीती सुरना ' भीगा-भीगा सा में'भर्तहरि नीति पृष्ठ ९५-९६ साभार | फरवरी२१,विजय सबल 'शुभ प्रभात 'चित्र के साथ मुझे टैग करके पर टिप्पड़ी में "पंचाक्षरी मन्त्र की महिमा को विस्तार से संम्पूर्ण रूप से करोड़ों वर्ष काल से वर्णन करना संभव नहीं..........सामान्य जन के लिए असाध्य है |ऊँ नम:शिवाय !! और अजय सिंह के द्वारा गुजरात से फेसबुक मित्र को मेरा हाल-चाल पूछने पर "अच्छे हैं " बताकर जन्म दिन के लोगों को बधैया भी दी |फरवरी२२, आजतक'नरेन्द्र मोदी को सैफई जाकर क्यामिला ' पर टिप्पड़ी में "लिखा ,बधाइयों के साथ मिला कि महिला का कूड़ा फेकना ,संत को बुरा नहीं लगता | यह एक आदत को सही किये उस महिला का हाल पूछ कर सन्त ह्रदय ने गलत आदत को बदलवा दिया,अपने बात प्रेम से "! छायाकार की पोष्ट 'गुजरात में दक्षिण अप्ज्रीका के लोग रह गए नृत्य का एक दृश्य पर थैक्स परमेश्वर को प्रणाम किया और वेदाम्रित के सूर्य की उपासना को पोष्ट की |फरवरी२३/२४ , आजतक 'सरकार में जासूसी 'विविधता पूर्वक जांच का दायरा बढ़ाना होगा देश और संस्था को परोक्ष अथवा प्रटेक्श रूप से नुक्सान से बचने बचाने के उपाय करने होंगे" | शैल सिंह -जमीन नीलाम कर शर्म न आई पर पद्य पारजात से बैसवा पद्य पोष्ट किया | विश्व पुस्तक मेला दिल्ली में पर "युवा पीढी पुस्तकों से विरत हो रहे है |इसका कारण प्रकाशक पुस्तकों का मूल्य पाठक के अनुरूप न रखकर मनमाना पन दिखाते हैं |अभी कल ही २२/३/१५ को नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी में'निर्गुण 'जी आयोजित गोष्ठी में कुछ इसी प्रकार की बातें पर चर्चा हुई जिसमें कहा गया कि मूल्य का निर्धारण करते समय प्रकाशक को पाठक का ध्यान रखकर करना चाहिए जिससे पाठक पुस्तक पढने में रूचि ले" | आजतक 'मैं भाग्य हूँ'पर प्राचीन भारत का इतिहास भाग एक पृष्ठ ५२ से साभार पोष्ट की | और अशोक तिवारी की नफरत ,क्रोध शाट प्रेम प्रसन्नता पर टिप्पड़ी की '-"भाउकता मानव को प्रेमी और बलिदानी बना देती है " रचना के माध्यम से- सत्य अहिंसा दया जो जाने /क्रोध लोलुपता मन से भागे धैर्य पंथ पथ पथिक प्रकाश /भटका राही रहि-रहि उड़े आकाश | और गीता में कहा गया है कि'हे भारती सब प्रकार से उस परमेश्वर की ही अनन्य शरण को प्राप्त हो उसकी कृपा ही से परम शान्ति और सनातन परम धाम को प्राप्त होगा |नयी हलचल यशवंत यश की रचना 'कैसा दिखता होगा चाँद वहां से ---जहां तेरे मेरे सपने सब एक रंग हैं | पोष्ट पर धन्यवाद यशवंत यश जी आपने खूब सम्मोहक समीकरण को अपनायालिख यश जी के मनोबल को बढाया |रूप चन्द शास्त्री मयंक चर्चा पोष्ट पर लिखते हुए दिल को छू गयी रचना और लिख मारा "आपकी रचना दिल की गहराइयों में जगह करती है आपको नमन-वंदन ! एक छोटी रचना के साथ- मेरे ठाँव आते वह पाषाण हो गया /मुखड़े पर उसके ठहराव आ गया | मंगल मक़ा ऐसा बनाए जनाब /कि छप्पर में पहले से रिसाव आ गया | साहित्यम् गुंजन गर्ग द्वारा रचना -हाय रे रोटी /ता- उम्र खीचती है /दीन की बोटी | पर टिप्पड़ी में एक रचना प्रस्तुत किया -रचना रचनाकार को नमन ! पता न था /पहले से मुझे /मेरी उम्र /महल उसके /बनाने में/ ठहर जायेगी | दुनिया दुखी /उसकी ख़ुशी /आजादी मिली /जहर हवामें/पानी ठहर जाएगा /पता न था /पहले से मुझे | आजतक -पाकिस्तान में आर्मी स्कूल में १५० लोगों को मारने वाले पकडे जा रहे पर टिप्पड़ी में "विदुर नीति लेखक आचार्य भारत राम भट्ट से और वेदाम्रितम नीति और ,दंड पृष्ठ १४३,८५ से साभार पोष्ट किया | सुधिनाम के राजा के बकरी जैसाकान ,कौन कहा ! पर तिप्प्दिकराते हुए कि भावयुक्त कथनी के लिए कहा गया है कि"दीवालों को भी कान होते है" | इसी बीच नीरज शहरयार पुरस्कार हेतु आवेदन पर " मागो जी भाई /पुरस्कार बट रहा ? मेरे घरों ढेर ,सा कागद सड़ रहा !फरवरी २५/२६ ,'पर्यावरण' पर हिन्दुस्तान (सच्या और निडर )एक आलेख गूगल प्लस पर दिया | सार लेख दिया ,टयूट ,फेसबुक ,रमेश राज के फेसबुक पर "मैं नेता हूँ "रचना ,वाणी पर संयम पे सार लेख |उपेन्द्र पाण्डेय ,अमित चौधरी सुरेश सिंह ,कवि हम तुम ,सुन्दर सिंह भदौरिया ,विश्वनाथ विष्ट ,पायल सोनी ,कवि राजीव कम,आर ,कर्मयोगी पाण्डेय ,चन्द्र काँता समीर सिंह ,इंडोनेशिया पर टिप्पड़ी में एक रचना संकलन पोष्ट की-"गाँव शहर गाता मिला /ऐ वतन तेरे लिए | हम मरेंगे औ जियेंगे / ऐ वतन तेरे लिए |फरवरी २७,प्रेस वार्ता पर पोष्ट किया "समाज"|समीर सिंह, नीरज शर्मा दैनिक जागरण,कवि अनुराग सिंह 'राग' पायल सोनी ,हीना सिंह,सुरेन्द्र नाथ ,कवि हरीश भारद्वाज ,ओज कवि जगदीश ,हास्य कवी राजेन्द्र ,कवि नवीन गौड़ कवि मुरली ,गुरमीत सिंह गुनी ,अमरेन्द्र पाण्डेय ,अजय सिंह ,कवि राजीव कुमार राम अवतार पाण्डेय ,विश्वनाथ बिज ,इंडोनेशिया कवि मुन्ना हिन्दुस्तानी कवि अमित सिरफिरा कवि दादू प्रजापति आदि पर आलेख टिप्पड़ियां की | बी .बी.सी. 'विकास का पहिया घरेलू तेल से चलाने का प्रयास ' पर मेरा लेख झूठ से बचें ! पोष्ट किया |फरवरी२८, चन्द्रकान्ता सिवाल की पोष्ट 'ऊँ का आकार ही सर्वाकार है इसका अर्थ परिभाषित करें 'पर " धन्यवाद चन्द्रकान्ता सिवाल जी अभी और कार्य में व्यस्त हूँ आपने बहुत ही महत्वपूर्ण 'ऊँ' व्यापक प्रश्न उठाया है जो पूर्ण और परिपूर्ण है .......| गूगल प्लस के मेरी साईट शान्ति- सद्भाव पर 'कर्ज अदा करून माँ कैसे " पोष्ट की और समीर सिंह के पोस्ट पर भी | सम्मानित पाठको को आलेख आप और हम बढियां लागे तो साझा करें जिससे आप और हम को आगे और देने हेतु मेरा मनोबल बढे | बहुत बहुत धन्यवाद ,सद्भावनापूर्ण! 

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