Pathri Ka Ilaj Hindi- बहुत से लोगों को अक्सर पेट में दर्द की शिकायत होती है और जब वे डॉक्टर्स को दिखाते हैं तब उन्हें अल्ट्रासाउंड कराने की सलाह दी जाती है. उसमें जो भी निष्कर्ष निकलता है तो कभी-कभी तो पेट का दर्द किसी दूसरी वजह से होता है लेकिन ज्यादातर मामलों में पेट की पथरी निकल जाती है जो सेहत के लिए खराब होती है. जब तक ये पेट से निकल नहीं जाती तब तक दर्द बना रहता है, वैसे तो पथरी कई तरह की होती हैं लेकिन यहां मैं आपको पित्त की Pathri Ka Ilaj Hindi के बारे में बताउंगी.
कैसे होती है पित्त की पथरी ? How is stomach stones
पाचन के लिए जरूरी एंजाइम को सुरक्षित रखने वालों को महत्वपूर्ण अंग पित्ताशय से जुड़ा होता है. आमतौर पर पथरी यहीं पर ज्यादा होती है. जिसे गॉलस्टोन भी कहा जाता है, दरअसल जब गॉलब्लैडर में तरल पदार्थ की मात्रा सूखने लगती है और ऐसे में चीनी-नमक और दूसरे माइक्रोन्यूट्रिएंट तत्व एक साथ जमा होकर छोटे-छोटे पत्थरों के टुकड़ों का रूप ले लेता है और ये कभी-कभी पित्ताशय में कॉलेस्ट्रॉल, बिलीरूबिन और पित्त लवणों का जमाव हो जाता है.इसमें 80 प्रतीशत पथरी कॉलेस्ट्रॉल की बनी होती है ये धीरे-धीरे कठोर होकर पित्ताशय के अंदर ही पत्थर का रूप ले लेती है और पीले रंग में तब्दील हो जाती है.इसके बाद ही पेट में कुछ लक्षण दिखाई देने लगते हैं.
पित्त की पथरी के लक्षण - Symptoms of gallstones
शुरुआती समय में पित्त की पथकी के लक्षण नजर नहीं आते लेकिन जब इसकी समस्या बढ़ने लगती है तो गॉलब्लैडर में सूजन, संक्रमण या पित्त प्रवाह में रुकावत आती है. ऐसी स्तिथि में लोगों के पेट के ऊपरी हिस्से के दायीं ओर दर्द होने लगता है. इसके अलावा गैस की फर्मेशन, पेट में भारीपन, वोमिटिंग, पसीना आना और थकावट महसूस होने जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं. इसके बाद जब परेशान होकर मरीज डॉक्टर से कंसर्न करता है तब उन्हें अल्ट्रासाउंड में पता चलता कि उनके पित्ताशय में पथरी हो गई है. कुछ मामलों में ऐसी स्थिति स्त्रियों में ज्यादा देखने को मिलती है क्योंकि लंबे समय तक गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करने या हार्मोन रिप्लेस्मेंट थैरेपी लेने के दौरान ये शंका ज्यादा बढ़ जाती है. प्रेग्नेंसी के दौरान हार्मोन संबंधी असंतुलन की वजन से भी कुछ स्त्रियों में होता और 65 साल की उम्र पार करने के बाद भी महिलाओं में ये शंका देखने को मिलती है.
1. पित्त में पथरी होने से अपच, अफारा, लंबी डकारें और पेट असहनीय दर्द शामिल होता है. वसायुक्त खाने के बाद ये दर्द और भी बढ़ जाता है.
2.पेट के दाहिनी ओर हर समय मीठा-मीठा दर्द बना रहता है और कुछ-कुछ देर पर ऐसा दर्द होता है जैसे कोई अभी जान चली जाएगी.
3. अगर पित्त की पथरी ज्यादा बड़ी है तो पित्ताशय में सूजन के साथ-साथ मवाद भी आने लगता है और कभी-कभी मवाद के कारण थैली फटने का भी डर रहता है.
4. जब पित्त की थैली में ज्यादा मवाद या सूजन होती है तब पेशाब में खून आना भी इसका एक लक्षण माना जाता है.
पित्त की पथरी का इलाज - Home Remedies-for Gallstones
पित्त की पथरी का बनना यानी भयंकर पीड़ा को सहना होता है. पित्त में कोलेस्ट्रॉल और पिग्मेंट दो तरह की बनती है लेकिन इसका लगभग 80 प्रतिशत कोलेस्ट्रॉल से ही बनता है. पित्त लिवर में बनता है और इसका भंडारण गॉल ब्लैडर में होता है. यह पित्त फैट वाले खाने को पचाने में मदद करता है लेकिन जब पित्त में कोलेस्ट्रॉल और बिलरुबिन की मात्रा ज्यादा होती है तो पथरी का निर्माण हो जाता है. पित्त की पथरी को इन घरेलू उपचारों के माध्यम से ठीक किया जा सकता है. Pittay ki Pathri ka Desi Ilaj इसके बारे में आपको जरूर पढ़ना चाहिए.
1. पित्त की पथरी होने पर डॉक्टर्स आपको फलों का जूस पीने की सलाह जरूर देते हैं. इसमें संतरा, टमाटर और चुकंदर मिक्स होना चाहिए जो आपके शरीर को विटामिन रे साथ-साथ कई और मिनिरल्स भी देता है.
2. अगर आपको पित्त की पथरी की समस्या हो गई है तो गाजर और ककड़ी का रस पीना फायदा दे सकता है. इस समस्या में ये बहुत ज्यादा लाभदायक घरेलू नुस्खा माना जाता है और ये कॉलेस्ट्रॉल के सख्त रूप को भी नर्म करके बाहर निकालने में मददगार होता है.
3. पथरी के लिए हल्दी रामबाण इलाज माना जाता है. यह एक एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लेमेट्री होती है. हल्दी पित्त, पित्त यौगिकों और पथरी को आसानी से विघटित कर देते हैं और ऐसा माना जाता है कि यह एक चम्मच हल्दी लेने से लगभग 80 प्रतिशत पथरी को खत्म कर देता है.
4. एप्पल सीडर विनेगर की अम्लीय प्रकृति लीवर को कोलेस्ट्रॉल बनाने से रोक देती है जो ज्यादातर पथरियों का कारण होता है. यह पथरी को विघटित करने और दर्द को समाप्त करने में सहायक होता है.